बाल विकास और शिक्षाशास्त्र (अध्यापन कला या शिक्षण विधियाँ)
1. बाल विकास और शिक्षाशास्त्र (अध्यापन कला या शिक्षण विधियाँ )
Sukatan Pelajaran TET
(क) बाल विकास (प्राथमिक विद्यालय का बालक)
• विकास की अवधारणा तथा अधिगम के साथ उसका संबंध,
• बालकों के विकास के सिद्धान्त ,
• आनुवांशिकता और पर्यावरण का प्रभाव ,
• सामाजीकरण प्रक्रियाएं : सामाजिक विश्व और बालक (शिक्षक, अभिभावक और मित्रगण) ,
• पाइगेट, कोलबर्ग और वायगोट्स्की : निर्माण और विवेचित संदर्श ,
• बाल-केन्द्रित और प्रगामी शिक्षा की अवधारणाएँ ,
• बौद्धिकता के निर्माण का विवेचित संदर्श ,
• बहु-आयामी बौद्धिकता,
• भाषा और चिंतन समाज निर्माण के रूप में लिंग, लिंग भूमिकाएं, लिंग-पूर्वाग्रह और शैक्षणिक ,व्यवहा ,
• शिक्षार्थियों के मध्य वैयक्तिक विभेद, भाषा, जाति, लिंग,समुदाय, धर्म आदि की विविधता पर आधारित विकभेदना
• अधिगम के लिए मूल्यांकन और अधिगम का मूल्यांकन के बीच अंतर, विद्यालय आधारित मूल्यांकन, सतत एवं व्यापक मूल्यांकन : संदर्श और व्यवहार शिक्षार्थियों की तैयारी के स्तर के मूल्यांकन के लिए (कक्षा में | शिक्षण और विवचित चिंतन के लिए तथा शिक्षार्थी की | उपलब्धि के लिए उपयुक्त प्रश्न तैयार करना।
(ख) समावेशी शिक्षा की अवधारणा तथा विशेष आवश्यकता वाले बालकों को समझना
• गैर-लाभप्राप्त और अवसर-वंचित शिक्षार्थियों सहित विभिन्न पृष्ठभूमियों से आए शिक्षणार्थियों सहित विभिन्न पृष्ठभूमियों से आए शिक्षणार्थियों से आए शिक्षणार्थियों शिक्षणार्थिों क्षीझों
• अधिगम संबंधी समस्याएं, कठिनाई वाले बालकों की आवश्यकताओं को समझना,
• मेधावी, सृजनशील, विशिष्ट प्रतिभावान शिक्षणार्थियों की आवश्यकताओं को समझना,
(ग) अधिगम और अध्यापन
• बालक किस प्रकार सोचते हैं और सीखते हैं, बालक विद्यालय प्रदर्शन में सफलता प्राप्त करने में कहोसे फ़ल
• अधिगम और अध्यापन की बुनियादी प्रक्रियाएँ, बालकों की अधिगम कार्यनीतियाँ : सामाजिक अधिक क्रियाकलाप क्रियाकेप क्रियाकेप क्रियाकों की अधिगम अधिगम के सामाजिक संदर्भ,
• एक समस्या समाधानकर्ता और एक वैज्ञानिक अन्वेषक' के रूप में बालक,
• बालकों में अधिगम की वैकल्पिक संकल्पना, अधिगम प्रक्रिया में महत्वपूर्ण चरणों के रूप में बालकट को त्रिया
• बाध और संवेदनाएं ,
• प्रेरणा और अधिगम ,
• अधिगम में योगदान देने वाले कारक - निजी एवं पर्यावरणीय,