हमर छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण 1 नवंबर 2000 को हुआ। इस राज्य के साथ अन्य दो राज्यों का भी निर्माण हुआ। आज छत्तीसगढ़ अपने साथ गठित दूसरे राज्यों के विकास के मामलों में बहुत आगे चल रहा है। गठन के बाद यह राज्य समग्र विकास की ओर तेजी से कदम बढ़ाने लगा है। इसे विडंबना ही कहा जाएगा कि इन तमाम विकास कार्यों के बारे में हमारे पंचायत प्रतिनिधियों को ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई है। वे अपने क्षेत्र के विकास से तो भलीभांति परिचित हैं, पर राज्य में हुए विकास से नहीं। राज्य सरकार की यह मंशा रही है कि सारे जिलों के हमारे पंचायत प्रतिनिधिगण अपने राज्य के विकास को करीब से देखें एवं इस पर गर्व कर सकें। इसी उद्देश्य से हमारे राज्य में हमर छत्तीसगढ़ योजना प्रारंभ की जा रही है।
यह योजना दो वर्षों तक चलेगी। एक जुलाई 2016 से 30 जून 2018 तक संचालित होने वाली हमर छत्तीसगढ़ योजना के अंतर्गत राज्य के सभी 27 जिलों की 10971 ग्राम पंचायतों तथा 111 नगर पंचायतों के 1986 प्रतिनिधि बारी-बारी से लगभग 500 के समूह में दो दिन के प्रवास पर रायपुर आएंगे। इन्हें राज्य होटल प्रबंधन संस्थान, उपरवारा में ठहराया जाएगा। इन्हीं प्रतिनिधियों के माध्यम से प्रत्येक गांव से, वहां पाए जाने वाले विशेष प्रजाति के पौधों तथा उनके गांव के जल और मिट्टी लेकर नया रायपुर स्थित बॉटनीकल गॉर्डन में लगाया जाएगा। इन पौधों का नाम पट्टिका के साथ रोपित करके जल को गॉर्डन के उपकुंड में संग्रहित किया जाएगा। इन पंचायत प्रतिनिधियों को जंगल सफारी, पुरखौती मुक्तांगन, नया रायपुर का भ्रमण, क्रिकेट स्टेडियम, ऊर्जा पार्क, मंत्रालय, साईंस सेंटर, विधानसभा, महंत घासीदास संग्रहालय और इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय जैसी जगहों का भ्रमण कराकर वहां की विस्तार में जानकारी दी जाएगी।
छत्तीसगढ़ विधानसभा भ्रमण के दौरान भ्रमण दल को विधानसभा की मीटिंग हॉल, सेंट्रल हॉल, सभाकक्ष, लाइब्रेरी एवं ऑडिटोरियम आदि का भ्रमण कराते हुए विधानसभा के नियम प्रक्रिया की पुस्तिका भी उपलब्ध कराई जाएगी।
होटल प्रबंधन संस्थान, उपरवारा में पर्यटन, संस्कृति एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। संस्थान में राज्य के अनेक विभाग अपनी योजनाओं के अलग-अलग शोकेस बनाकर उसका प्रचार करेंगे। नया रायपुर में स्थित फाईव-डी डोम में कार्यक्रम के दिन शाम को फिल्मों का प्रदर्शन भी किया जाएगा।
पर्यटन विभाग के माध्यम से 20 टूरिस्ट गाईड उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इन्हें छत्तीसगढ़ी, हल्बी और गोंडी भाषा का ज्ञान हो। वे भ्रमण दल को सारी स्थलों की अच्छी तरह से जानकारी दे पाएंगे। संस्कृति विभाग द्वारा उपरवारा स्थित संस्थान में प्रतिदिन शाम को एक घंटे की सांस्कृति संध्या आयोजित की जाएगी।
योजनांतर्गत नोडल अधिकारी के साथ-साथ सहायक नोडल अधिकारी का भी नामांकन किया गया है।योजना के मुख्य नोडल अधिकारी श्री सुभाष मिश्रा हैं। एक कंट्रोल रूम की भी स्थापना की जाएगी जिसके माध्यम से सारे भ्रमण दलों की अद्यतन जानकारी रखी जा सकेगी। राज्य के समस्त विभागों द्वारा उनके विभाग में संचालत योजनाओं की पुस्तिकाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
योजना के अंतर्गत जिले के समस्त सरपंच, पंच एवं नगर पंचायत के पार्षदगण शामिल होंगे। जिले हेतु निर्धारित संख्या के प्रतिनिधियों के भ्रमण पश्चात की ये संबंधित जिले से समाप्त माना जाएगा।योजनांतर्गत प्रत्येक जिले के लिए राज्य स्तर से प्रतिनिधियों की संख्या एवं भ्रमण हेतु रोस्टर का निर्धारण किया जा रहा है। निर्धारित रोस्टर के अनुसार ही संबंधित जिला अपने निर्वाचित प्रतिनिधियों को रायपुर भ्रमण के लिए भेजेंगे। पंचायत प्रतिनिधि एवं पार्षदों के रायपुर एवं नया रायपुर आने-जाने के लिए बसों की व्यवस्था संबंधित जिला कलेक्टरों द्वारा की जाएगी। प्रतिनिधियों के रहने, ठहरने एवं भोजन की व्यवस्था नया रायपुर स्थित राज्य होटल प्रबंधन संस्थान-उपरवारा में नि:शुल्क आयोजित है। प्रतिभागियों के आने-जाने के लिए निर्धारित बस से ही निर्धारित स्थानों का भ्रमण कराया जाएगा। जिन जिलों के प्रतिभागी ट्रेनों से सफर कर रायपुर पहुंचेंगे उनके संस्थान ने भ्रमण हेतु बस की सेवाएं उपलब्ध रहेंगी। अपने-अपने जिलों से रायपुर आने के रास्तों में स्थित दर्शनीय स्थलों का भ्रमण/अवलोकन करने के पश्चात रायपुर पहुंचेंगे।
पंचायत प्रतिनिधियों तथा नगर पंचायत के प्रतिनिधियों, पूर्व पदाधिकारियों तथा पंचायत राज से जुड़े हुए लोगों में से अधिकतम एक पंचायत में से 20 व्यक्तियों में से चयन किया जाएगा जिनमें महिलाएं भी शामिल होंगे। इस योजना के क्रियान्वयन के लिए प्रशासकीय विभाग पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग होगा। इस योजना के लिए राज्य शासन द्वारा शत-प्रतिशत राशि उपलब्ध कराई जा रही है।